इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुनें? | How to select stock for intraday trading in hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुनें? | How to select stock for intraday trading in hindi

 नमस्ते दोस्तो, क्या आप भी शेयर बाजार सिख के पैसे कमाने की एक खूबसूरत सुरुवात कर चुके हो। जिसमे आपको इस टॉपिक पर बड़ी दिलचस्ती आयी है Intraday Trading और आपने Intraday Trading के बारे मे बहत कुछ सिख लिया है और ट्रेडिंग करने की सुरुवात भी करना चाहते है। पर एक सवाल आपके आड़े आ रहा है की How to select stock for intraday trading in hindi इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक कैसे चुने। इंट्रा डे ट्रेडिंग कल के लिए सबसे अच्छा स्टॉक केस चुने? , इंट्रा डे ट्रेडिंग कल के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने? 

तो आज  हम इस लेख मे इन्ही के बारें मे बात करे गे जैसे की इंट्राडे में शेयर कैसे चुनें, इंट्राडे स्टॉक कैसे सिलेक्ट करें, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा स्टॉक खरीदें, बेस्ट इंट्राडे स्टॉक कैसे चुनें, How to select intraday stocks in hindi।  और इन सबसे हम सीखने को मिलेगा की इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे  तो चलिये सुरुवात करते है। 

 

इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर कैसे चुनें?| How to select stocks for intraday trading in hindi

 
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर कैसे चुनें? ये जानने से पहले हम जान लेते है की इंट्राडे ट्रेडिंग की व्याख्या क्या है जिसे हमे How to select stocks for intraday trading in hindi को समझ ने मे आसानी हो। 
 
इंट्राडे ट्रेडिंग की व्याख्या:- इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर बाजार में एक ऐसी नीति है जिसमे आप एक ही दिन ने शेयर खरीदते हो और बेचते हो। जिसे आप मुनाफा कमाते हो। ये नीति एक ही दिन में शुरू होके उसी दिन खतम होती है तो इसे 1 day Trading भी बोला जाता है।

अब हमने जनलिया की इंट्राडे ट्रेडिंग मतलब 1 दिन मे होने वाली ट्रेडिंग। इस लिये हमे शेयर चुनने के एक दिन पहले या एक हप्ते पहले ही तयारी करनी होगी। हमे क्या क्या तयारी करनी पड़ेगी हम उसे देख लेते है। 

इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर कैसे चुनें के लिये आपको

  1. इंट्राडे शेयर चुनने के लिए ओवर ऑल मार्केट ट्रेंड पता करें
  2. कल के Top Gainers और Top Loosers स्टॉक पता करें
  3. शेयर की सेक्टर के हिसाब से लिस्ट बनाये
  4. शेयर की Technical analysis करे
  5. मार्केट समाचारों पर ध्यान रखे

1.इंट्राडे शेयर चुनने के लिए ओवर ऑल मार्केट ट्रेंड पता करें

इंट्राडे ट्रेडिंग मे किसी बी शेयर का चुनने के लिए ओवर ऑल मार्केट ट्रेंड पता करना बहत जरूरी है। क्यो की ओवर आल मार्केट ट्रेंड से आप को कोनसी दिशा मे शेयर buy/sell करना है वो पता लग जाता है। 
 
भारतीय शेयर बाजार मे आदे से ज्यादा शेयर जिस तरफ भारतीय शेयर बाजार  का ट्रेंड होता है। उसी तरफ शेयर का ही ट्रेंड होता है। 
 

ओवर आल मार्केट ट्रेंड कैसे पता करें? 

ओवर आल मार्केट ट्रेंड पता करने के लिए किसी भी index जिसके शेयर मे आप ट्रेडिंग करते हो उस index का कैंडेलिस्टि चार्ट 📊 खोले और 1 hr time frame पसंद करे। 
 
अब उस 1 hr time frame के चार्ट को गोर से देखेंगे तो आपको  तीन प्रकार के Trand दिखेगे. . 
  1. Up-trand
  2. DownTrand
  3. Consolidated Trand

Up-trand  

अगर चार्ट की कैंडेलिस्टि लगातार उपर की तरफ दिखे तो हम उसे Up-trand कहेंगे। जिसे हमें ये पता चलता है की हमें आज ज्यादातर शेयर खरीदने चाहिये। या तो सिर्फ मार्केट के साथ उपर जाने वाले शेयर ही खरीदे। 

DownTrand

अगर चार्ट की कैंडेलिस्टि लगातार नीचे की तरफ दिखे तो हम उसे DownTrand कहेंगे। जिसे हमें ये पता चलता है की हमें आज ज्यादातर शेयर बेचने (sell) करने चाहिये। या तो सिर्फ मार्केट के साथ विरुद् जाने वाले शेयर ही खरीदे। 

Consolidated Trand

अगर चार्ट की कैंडेलिस्टि  किसी 2 लेवल के बीच मे उपर और नीचे होती रहती है तो हम उसे consolidated Trand कहेंगे। इस ट्रेंड मे आप दोनो (खरीद और बेचके) तरीके से पैसे बना सकते है। 

 

2.कल के Top Gainers और Top Loosers स्टॉक पता करें

ओवर आल मार्केट ट्रेंड पता करने के बाद हमारा अगला स्टेप होगा की हम कल के Top Gainers और Top Loosers स्टॉक पता करें। 
 
अब कही लोग को ये बी सवाल होगा की कल के Top Gainers और Top Loosers स्टॉक पता करके क्या फायदा होगा? 
 
Top Gainers और Top Losers स्टॉक पता करके आपको बहत सारे शेयर में से सिर्फ 5 शेयर की लिस्ट बना सकते है। जिनमे आज कल या तो बहत तेजी होगी या बहत गिरावट होगी। 

कल के Top Gainers और Top Loosers स्टॉक कैसे पता करे? 

अगर आपको कल के Top Gainers और Top Loosers पता करने के लिये आप NSE की website या फिर आप टॉप google करके कर सकते है। 
 
आज कल बहत सारे ब्रोकर जैसे की Upstox अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर Top Gainers और Top Loosers की लिस्ट देने लगे लगे है। जिसका फोटो 📷 आप नीचे देख सकते है।
 
 

3.शेयर की सेक्टर के हिसाब से लिस्ट बनाये

इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर चुने के लिये आप शेयर की सेक्टर के हिसाब से लिस्ट बना सकते है। जैसे की बैंकिंग सेक्टर,ऑटो मोबाइल सेक्टर,construction सेक्टर, IT सेक्टर, फार्मा सेक्टर, ऑयल & गैस सेक्टरसेक्टर और मेंटल सेक्टर। 
 
शेयर की सेक्टर के हिसाब से लिस्ट बनाने का फायदा ये है की आप  सेक्टर के ऋतु के हिसाब से स्टॉक का चुनाव कर सकते है। 
 
दूसरा फायदा ये है की अगर तुरंत किसी सेक्टर की पॉजिटिव या नेगेटिव न्यूज़ अति है। तो आप को उस सेक्टर के बेस्ट 3 स्टॉक और  3 सबसे खराब स्टॉक बनाने मे आसानी होगी। जिसे आप intraday Trading में स्टॉक खरीद या बेचके मुनाफा होगा। 

4.शेयर की Technical analysis करे

तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पिछले मूल्य आंकड़ों का उपयोग करके भविष्य की मूल्य गतिविधियों का पूर्वानुमान लगाने का प्रयास किया जाता है। तकनीकी विश्लेषक मानते हैं कि बाजार की कीमतें भविष्य में भविष्यवाणी की जा सकती हैं, क्योंकि वे अतीत में देखी गई प्रवृत्तियों का पालन करती हैं।

तकनीकी विश्लेषण में विभिन्न तकनीकों और उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:

चार्टिंग:
चार्टिंग का उपयोग पिछले मूल्य आंकड़ों को ग्राफिक रूप से प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। चार्ट विश्लेषक विभिन्न प्रकार के चार्ट का उपयोग करते हैं, जिनमें शामिल हैं:
    
लाइन चार्ट: 
ये चार्ट केवल कीमतों में परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करते हैं।
 
बार चार्ट: 
ये चार्ट प्रत्येक दिन की अधिकतम, न्यूनतम, खुलने और बंद होने की कीमतों को दर्शाते हैं।
 
कैंडलस्टिक चार्ट: 
ये चार्ट बार चार्ट के समान होते हैं, लेकिन वे अधिक जानकारी प्रदान करते हैं, जैसे कि कीमतों में परिवर्तन की दिशा और तीव्रता।
 
मूविंग औसत: 
मूविंग औसत एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग पिछले मूल्य आंकड़ों के समूह को एक एकल मूल्य में संक्षेपित करने के लिए किया जाता है। मूविंग औसत का उपयोग बाजार की दिशा और गति को निर्धारित करने के लिए किया जा सकता है।
 
तकनीकी संकेतकों:
तकनीकी संकेतकों का उपयोग कीमतों में भविष्य की गतिविधि का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है। तकनीकी संकेतकों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है, जिनमें शामिल हैं:
 
ओएससीलेटर्स: 
ओसीलेटर्स का उपयोग बाजार की गतिविधि को मापने के लिए किया जाता है।
 
ट्रेंड इंडिकेटर: ट्रेंड इंडिकेटर का उपयोग बाजार की दिशा को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
 
चार्ट पैटर्न:
चार्ट पैटर्न का उपयोग पिछले मूल्य आंकड़ों में देखे गए पैटर्न की पहचान करने के लिए किया जाता है। चार्ट पैटर्न का उपयोग भविष्य की कीमत गतिविधि का अनुमान लगाने के लिए किया जा सकता है।
 
Technical Analysis एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है जो निवेशकों को अधिक सूचित निर्णय लेने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि तकनीकी विश्लेषण एक गारंटी नहीं है कि आप सफल होंगे। तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते समय, हमेशा अपने जोखिम को प्रबंधित करने और केवल उन निवेशों में पैसा लगाने के लिए तैयार रहें जिनमें आप आश्वस्त हैं।

तकनीकी विश्लेषण के कुछ लाभों में शामिल हैं:

  • यह निवेशकों को भविष्य की कीमत गतिविधि का अनुमान लगाने में मदद कर सकता है।
  • यह निवेशकों को उन निवेशों की पहचान करने में मदद कर सकता है जो संभावित लाभदायक हो सकते हैं।
  • यह निवेशकों को अपने जोखिम को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।

तकनीकी विश्लेषण के कुछ नुकसानों में शामिल हैं:

  • यह एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है।
  • यह हमेशा सटीक नहीं होता है।
  • यह निवेशकों को अति आत्मविश्वास में पड़ने के लिए प्रेरित कर सकता है।
 
तकनीकी विश्लेषण सीखने के लिए कई तरीके हैं। आप किताबें, ऑनलाइन पाठ्यक्रम और सेमिनार पढ़कर शुरू कर सकते हैं। आप एक तकनीकी विश्लेषण प्लेटफॉर्म या सॉफ्टवेयर का उपयोग करके भी सीख सकते हैं। 
 
तकनीकी विश्लेषण एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है जो निवेशकों को अधिक सूचित निर्णय लेने में मदद कर सकता है। जोकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि तकनीकी विश्लेषण एक गारंटी नहीं है कि आप सफल होंगे। तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते समय, हमेशा अपने जोखिम को प्रबंधित करने और केवल उन निवेशों में पैसा लगाने के लिए तैयार रहें जिनमें आप आश्वस्त हैं।

5.मार्केट समाचारों पर ध्यान रखे

अगर अपने उपर दिये चारो पॉइंट को अच्छे से सिख लिया होगा तो मार्केट समाचारों पर  ध्यान रख कर आप उस दिन के लिए अच्छा शेयर चुन सकते है। क्योंकि… 
 
Intraday Trading में News की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। News और Events से Stocks के Price में अचानक तेजी या गिरावट आ सकती है। इसलिए Intraday Traders को News और Events को ट्रैक करना बहुत जरूरी होता है। 
 
News और Events से Traders को नीचे दिये गये तरीकों से मदद मिलती है:
  1. Trading Strategies बनाने में मदद मिलती है: News और Events से Traders को स्टॉक की भावी दिशा का अंदाजा लगाने में मदद मिलती है। इससे Traders अपनी Trading Strategies को बेहतर तरीके से बना सकते हैं।
  2. Entry और Exit Points का पता लगाने में मदद मिलती है: News और Events से Traders को स्टॉक में Entry और Exit Points का पता लगाने में मदद मिलती है। इससे Traders अपने Profits को Maximize और Losses को Minimize कर सकते हैं।
  3. Risk Management में मदद मिलती है:News और Events से Traders को Risk Management में भी मदद मिलती है। News और Events से Traders को पता चलता है कि स्टॉक में कितना Risk है और उन्हें कितना Capital Allocate करना चाहिए।
 
मैं उम्मीद करता हूं अब आप समझ गए होंगे कि इंट्राडे में शेयर कैसे चुनते हैं और intraday stock select करने के लिए आप कौन-कौन से स्टेप्स फॉलो करना पड़ता है।
 

इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक चुनने के नियम

 
इंट्राडे ट्रेडिंग वह ट्रेडिंग होती है जिसमें आप एक ही दिन में स्टॉक खरीदते और बेचते हैं। यह एक ज्यादा जोखिम भरा प्रकार का ट्रेडिंग है, लेकिन इसमें ज्यादा मुनाफे की संभावना भी है। इंट्राडे ट्रेडिंग सफल होने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप सही स्टॉक चुनें। 
 
 आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही स्टॉक चुन सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक चुनते समय नीचे लिखी बातों का ध्यान रखना चाहिए:
 
1.वॉल्यूम:
ज्यादा वॉल्यूम वाले स्टॉक में ही ट्रेड करें। इससे आपको स्टॉक में प्रवेश करने और बाहर निकलने में आसानी होगी।
 
2.लिक्विडिटी:
 ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक में ही ट्रेड करें। इससे आपको स्टॉक आसानी से बेचने में मदत मिलेंगी।
 
3.वोलेटिलिटी:
 ज्यादा वोलेटिलिटी वाले स्टॉक में ही ट्रेड करें। इससे आपको मुनाफा कमाने का अधिक अवसर मिलेगा।
 
4.ट्रेन्ड:
 ट्रेंड में चल रहे स्टॉक में ही ट्रेड करें। इससे आपके मुनाफा कमाने की संभावना बढ़ जाएगी।
 
5.वह स्टॉक चुनें जिसकी आपको समझ हो:
केवल उन्हीं स्टॉक में ट्रेड करें जिनके बारे में आप जानते हैं और समझते हैं। इससे आपको ये तय करने में मदद मिलेगी कि स्टॉक किस दिशा में जा सकता है।
 

6.अपने स्टॉप लॉस का उपयोग करें:

स्टॉप लॉस एक ऑर्डर है जो आपके घाटे को सीमित करता है। जब आप एक स्टॉक खरीदते हैं, तो आपको तुरंत एक स्टॉप लॉस ऑर्डर लगा देना चाहिए। यह सुनिश्चित करेगा कि यदि स्टॉक आपके खिलाफ जाता है तो आपका घाटा अधिक न हो।

7.ब्रेकआउट स्टॉक चुनें: 
ब्रेकआउट स्टॉक ऐसे स्टॉक होते हैं जो अपने हालिया support या resistance स्तर से ऊपर या नीचे टूट गए हैं। ब्रेकआउट स्टॉक में अक्सर मजबूत गति होती है और वे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
 
8.अनुशासन बनाए रखें:
 इंट्राडे ट्रेडिंग में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण है। अपनी ट्रेडिंग योजना से चिपके रहें और लाभ लेने के लिए लालची न हों।
 
9.अपनी भावनाओं को नियंत्रित करें:
इंट्राडे ट्रेडिंग में भावनाएं एक बड़ा दुश्मन हो सकती हैं। जब आप ट्रेडिंग कर रहे हों तो आपको शांत और तर्कसंगत रहने की आवश्यकता है। अपनी भावनाओं को आपको निर्णय लेने से प्रभावित न होने दें।
 
 
 

इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक चुनते समय कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि:

 
  • कंपनी के फंडामेंटल:
 कंपनी के फंडामेंटल अच्छे होने चाहिए। इससे आपको कंपनी के दीर्घकालिक विकास में विश्वास होगा।
 
  • कंपनी की मैनेजमेंट:
 कंपनी की मैनेजमेंट अच्छी होनी चाहिए। इससे आपको कंपनी के भविष्य के प्रति आश्वस्त होने में मदद मिलेगी।
 
  • सेक्टर का रुझान:
 जिस सेक्टर में आप ट्रेड कर रहे हैं, उसका रुझान अच्छा होना चाहिए। इससे आपको सेक्टर से संबंधित सभी स्टॉक में लाभ कमाने का अवसर मिलेगा।
 
आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी। और आपकी intraday Trading सफर मे इस्तमाल जरूर करे। 
 
 

Intraday stock kaise select kare ‘Conclusion’

इस लेख मे हमने सिखा की How to select stocks for intraday trading in hindi और इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर कैसे चुनें? को 5 steps 1.इंट्राडे शेयर चुनने के लिए ओवर ऑल मार्केट ट्रेंड पता करें
2.कल के Top Gainers और Top Loosers स्टॉक पता करें
3.शेयर की सेक्टर के हिसाब से लिस्ट बनाये
4.शेयर की Technical analysis करे
5.मार्केट समाचारों पर ध्यान रखे, बादमे हमने इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक चुनने के नियम अच्छे से समजे। 
 
में उमीद करता हु की इस लेख मे दि गयी जानकारी आपके काम आये धन्यवाद। 
 

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