शेयर बाजार क्या है ? | what is stock market in Hindi?

 नमस्ते दोस्तो,क्या आप शेयर बाजार के बारेमें जानना चाहते है की शेयर बाजार  क्या है ? | what is stock market in hindi?, शेयर बाजार कोन चलाता हैं? और वो केसे काम करता है ? तो आप बिल्कुल सही जगह पे आयो हो। इस लेख में आपको अपने सारे शेयर बाजार के सवालों के जवाब मिल जायेंगे। तो चलिए शुरू करते है हमारी शेयर बाजार की पाटसाला। सबसे पहले हम जानते है की 


शेयर बाजार (मार्केट) क्या है ? | what is stock market?
शेयर बाजार (मार्केट) क्या है ? | what is stock market?


शेयर बाजार (मार्केट) क्या है ? 

          शेयर बाजार (मार्केट) एक प्लेटफ़ॉर्म होता है जहा पर बड़ी बड़ी कंपनिया अपने बिजनेस का कुछ हिस्सा बेचने के लिए सार्वजनिक करती है। उस हिस्से को कोई व्यक्तिगत या फिर कोई संस्थागत व्यक्ति सार्वजनिक रूप से व्यापारिक कंपनियों हिस्से में से कुछ प्रतिसत के शेयर खरीदते और बेचते हैं। 

  • इस प्रक्रिया के अंत में कंपनी के बिजनेस में मुनाफा होता है तो इस मुनाफे का कुछ हिस्सा उस व्यक्तिगत इंसान या फिर कोई संस्थागत व्यक्ति मिलता।
  • और अगर प्रक्रिया के अंत में कंपनी को नुकसान होता है तो उन व्यातियो कोबी नुकसान का बुक्तान करना पड़ता है।

अंत में मुनाफे और नुकसान की बराबर बटवारिब का माध्यम शेयर बाजार देता है।

शेयर बाजार में कंपनिया शेयर क्यों बेचती इसे उनको क्या फायदा होता है?

           कंपनिया अपने स्टॉक को स्टॉक मार्केट में बेचने का मुख्य कारण पूंजी जुटाने और विभिन्न वित्तीय और रणनीतिक लक्ष्य प्राप्त करने के लिए होता है। 

ये कुछ फायदे है जो कंपनियों को अपने शेयर बेचके होता है  

  • पूंजी का प्रवाह: स्टॉक बेचकर कंपनियाँ विभिन्न प्रकार के निवेशकों, जैसे कि व्यक्तिगत और संस्थागत निवेशकों, से धन जुटा सकती हैं। इस पूंजी का उपयोग विस्तार की योजनाओं, अनुसंधान और विकास, अधिग्रहण, कर्ज चुकता करने और अन्य व्यापारिक पहलुओं के लिए किया जा सकता है।

  • सुविधाएं : शेयर बेचने से मिली हुवि पूंजी अपनी कंपनी की ग्राहक सुविधाएं या फिर कंपनी के प्रोडक्ट की क्वालिटी बड़ा सकते है जिसे ग्राहकों अच्छी सर्विसिस मिल सके।
  • शेयर बाजार में लिस्टिंग : शेयर बेचने से कंपनी को लिस्टेड कंपनी होने का मोका मिलता जैसे की NIFTY 50 जिसमे हमारे देसकी 50 सबसे अच्छी कंपनीओ के शेयर बेचे जाते है। जिसे कंपनी की ब्रांड वैल्यू बढ़ती है और देश के टॉप टेलेंट को कंपनी में काम करने के लिए आकर्षित करती है।

और भी बहत कुछ फायदे होते है पर में आपको बोर नहीं करना चाहता इसलिए हम पहले थोड़ी थो

ड़ी ही जानकारी लेंगे। और अब जानते है की

शेयर बाजार में  व्यक्ति को केसे  मुनाफा होता है ?

 वैसे तो शेयर बाज़ार में व्यक्ती दो तरीके से मुनाफा कमा सकता है  
  1. कंपनी के शेयर खरीद के 
  2. कंपनी के शेयर बेचे के
शेयर खरीद से मुनाफा 
           जब व्यक्ति कंपनी के शेयर खरीदता है और उसके बाद शेयर के दाम बढ़ते है तो व्यक्ति को शेयर खरीदने फायदा मिलता है । 

        उदाहरण के तौर पर अगर अपने 2020 में अगर SBI ke 150 ₹ में  एक शेयर लिया होता तो आज आप को 560₹ से लेके 600₹ बीच मिलता जिसमे आपको (560-150=410) 410₹ का मुनाफा मिलता।
          अगर आपने 1 शेयर की जगह 100 SBI के शेयर लिए होते तो आपका इन्वेसमेंट 15000₹(150*100=15000) और मुनाफा 41000₹(410*100=41000) का होता।

शेयर खरीदने से मुनाफा
SBI chart


शेयर बेचने से मुनाफा   

     जब व्याक्ति  किसी कम्पनी के शेयर बेचता (sell order)है और उसके बाद उस कम्पनी के शेयर दाम में गिरावट होती है तो  शेयर बेचने से व्याक्ति की मुनाफा होता है। 

     उदाहरण के तौर पर अदानी हिंडेनबर्ग रिर्पोट के बारे में जिसकी वजह से ADANIENT के 4000₹ पे चलता हुवा शेयर मूल्य ऐक हपते में 1200₹ पोहच गया था। अगर उस टाइम  पे अपने ADANIENT को SELL ( बेचा) होता तो आपको (4000-1200=2800) 2800₹ का मुनाफा होता।

    

शेयर बेचने से मुनाफा
ADANIENT 



शेयर मार्केट को कोन चलाता है ?

          वैसे तो शेयर मार्केट (बाज़ार) को स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक ब्रोकर्स, लिस्टेड कंपनी , इन्वेस्टर और खरीदार : बेचने वाले चलते है जिसे की शेयर बाजार चलता रहे । पर जब नियम कानून, शेयर बाजार पर नजर रखने की बात आती है तो तब एक ही नाम आता है SEBI (Securities and Exchange Board of India)  सेंट्रल गवर्नमेंट के द्वारा चलाया जाता है।

स्टॉक एक्सचेंज क्या है ?

          स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसा स्थान है तो खरीदार और विक्रेता( sellers) को मीडियम ( जगह) देता है। जहा खरीदार और विक्रेता एक दूसरे के साथ बाव तोल एक शेयर प्राइस ( कीमत) पर आते है।  

            स्टोक एक्सचेंज ना सिर्फ़ जगह देता बल्कि हर एक लेन देन के लिए सिक्योरिटी प्रदान करता है। जो सीधा SEBI को रिपोर्ट बेजा जाता है। 

वैसे तो भारतीय स्टॉक बाज़ार में 20 जितने स्टॉक एक्सचेंज है पर मुख्य 2 ही स्टॉक एक्सचेंज है  जिसपे सबसे ज्यादा ट्रांजेक्शन होता है और लोग पसंद करते है। 1.NSE(Nation Stock Exchange of India limited) 2. BSE ( Bombay stock exchange)

NSE(Nation Stock Exchange of India limited)

         भारतीय राष्ट्रीय शेयर बाजार (NSE) की स्थापना 1992 में की गई थी और आधिकारिक रूप से 1994 में उद्घाटन हुआ था। इसे भारतीय निर्वाचनी निगम (IDBI), भारतीय औद्योगिक शिल्प और निवेश निगम (ICICI) आदि समेत अग्रणी वित्तीय संस्थानों के समूह ने स्थापित किया था। NSE की स्थापना भारत में एक आधुनिक, कुशल और पारदर्शी शेयर बाजार की आवश्यकता के प्रतिक्रिया के रूप में की गई थी। 

  •  NSE की स्थापना भारतीय पूंजी बाजार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था। उसकी उपस्थिति से पहले, बॉम्बे शेयर बाजार (BSE) था जो देश में प्रमुख शेयर बाजार था। हालांकि, BSE में व्यापार प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, गति और प्रौद्योगिकी में कई सीमाएं थी।
  •  NSE ने एक कंप्यूटरीकृत व्यापार प्रणाली, जिसे राष्ट्रीय स्वचालित व्यापार विनिमय (NEAT) कहा जाता है, प्रस्तुत की। इस प्रणाली ने इलेक्ट्रॉनिक व्यापार की अनुमति दी, जो पारंपरिक खुली उत्ताप व्यापार के साथ संबंधित समय और लागत को कम कर दिया। इलेक्ट्रॉनिक व्यापार की प्रस्तावना ने भारतीय शेयर बाजार को क्रियाशीलता और पारदर्शिता में बड़ी क्रांति लाई और व्यापारिक गतिविधियों में अधिक प्रभावशाली और पारदर्शी बनाया। 
  • NSE ने भी सुरक्षा के निवलीकरण की अवधारणा को प्रस्तुत किया, जिसमें भौतिक शेयर प्रमाणपत्रों को इलेक्ट्रॉनिक रूपों में बदल दिया गया था। इससे धोखाधड़ी को कम होने, बाजार निष्क्रियता में वृद्धि होने और व्यापार और बुकिंग प्रक्रिया को सरलीकृत करने में मदद मिली।
  • र्षों के दौरान, NSE ने अपने आपको विकसित किया और विभिन्न उत्पाद और सेवाएं प्रस्तुत की, जिनमें इक्विटी व्यापार, डेरिवेटिव्स व्यापार, मुद्रा व्यापार और कर्ज व्यापार शामिल हैं। यह छोटे निवेशकों के बीच इक्विटी निवेश को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जो एक अधिक सुलभ और पारदर्शी व्यापार प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करके की गई है।

              आज, NSE भारत में सबसे बड़े और उन्नत शेयर बाजारों में से एक है और इसकी मजबूत प्रौद्योगिकी बुनियाद, कठोर नियामक ढांचा और नवाचारी व्यापारिक समाधानों के लिए जाना जाता है। यह भारतीय पूंजी बाजार की विकास और विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया है।

BSE ( Bombay stock exchange)

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भारत में सबसे पुराना और प्रमुख शेयर बाजारों में से एक है। यहां BSE के बारे में कुछ जानकारी है:

BSE की स्थापना 1875 में “द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन” के रूप में की गई थी। इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है।

  •  BSE ने वित्तीय पासबुकों के खरीददारी और बेचने के लिए एक मंच प्रदान किया है, जैसे कि सूचित, डेरिवेटिव्स, कर्ज उपकरण, माल और मुद्राएँ।
  • BSE को उसके मानक सूची इंडेक्स, एस एंड पी बीएसई सेंसेक्स, के लिए जाना जाता है, जिसमें बाजार पूंजीकरण के आधार पर सूचीबद्ध शीर्ष 30 कंपनियों के प्रदर्शन का अनुगमन किया जाता है। यह भारतीय शेयर बाजार की कुल स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने के लिए व्यापक रूप से प्रयुक्त होता है।

BSE  के कुच ऐतिहासिक पल:

  • BSE ने कई ऐतिहासिक पल देखे हैं, जिसमें 1986 में BSE सेंसेक्स की प्रस्तावना और 1995 में इलेक्ट्रॉनिक व्यापार के प्रयास शामिल हैं। BSE ने भारतीय सरकार से पर्मानेंट मान्यता प्राप्त करने वाला पहला विनिमय बाजार भी था जो सुरक्षितिकरण (नियामकन) अधिनियम, 1956 के तहत है।
  • BSE ने भारतीय शेयर बाजार में प्रौद्योगिकी को प्रस्तावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह देश का पहला विनिमय है जो 1995 में बॉल्ट (BSE ऑनलाइन ट्रेडिंग) कहलाने वाली इलेक्ट्रॉनिक व्यापार प्रणाली को अपनाया, जिसने खुली उत्ताप प्रणाली को बदलकर व्यापार को क्रांतिकारी बना दिया।
  • BSE ने निवेशक सुरक्षा और बाजार अखंडता सुनिश्चित करने के विभिन्न उपाय लिए है। यह कंपनियों के लिए सख्त सूचीबद्धता आवश्यकताएँ और अनुपालन विनियमों का पालन करता है जो विनिमय पर सूचीबद्ध होना चाहती है।
  • BSE को वैश्विक रूप में मान्यता है और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय विनिमयों के ससाथ रखने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय विनिमयों के साथ रणनीतिक सहयोग स्थापित किया है। यह विश्व विनिमय संघ के सदस्य और एशियन और ओसीआनियन स्टॉक एक्सचेंज फेडरेशन का सदस्य भी है।
  • BSE StAR MF: BSE ने एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म BSE StAR MF प्रस्तुत किया है, जो म्यूच्यूअल फंड उत्पादों के वितरण को सुविधाजनक बनाता है।
  • विनिमय नियमन:BSE भारतीय सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) के विनियमक संरचना के तहत संचालित होता है, जो देश में विनिमय बाजारों के कामकाज का नियामन करता है।

BSE ने भारतीय पूंजी बाजार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और देश में वित्तीय क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया है। यह भारतीय वित्तीय परिदृश्य का मूल स्तम्भ बना है और विकास की दिशा में अग्रसर रहता है।

शेयर बाजार के कुच छोटे सवालों के जवाब(FAQ):


शेयर बाजार में कमसे कम कितने रुपे से खरीदी कर सकते है?

वैसे तो आप शेयर बाजार में कमसे कम 1 रुपे से बी खरीदी कर सकते हो पावर इसमें आपको कुछ फायदा नहीं मिलेगा। इसे अच्छा आप 100 से लेके 500 रुपे के बीच में स्टॉक खरीदने की कोशिश करो की जिसे आपको अच्छा फायदा हो।





1 दिन में कितने पैसे शेयर बाजार से कमा सकते हैं?

वैसे तो आप शेयर बाजार से मन चाही रकम कमा सकते हो। पर 1 दिन में कितना पैसा शेयर बाजार से कमा सकते हो ये निर्भय करता है की आप कितने पैसे मार्केट में निवेश। कर सकते हो। छोटे सब्दोमे जितना निवेश उतनी कमाई।





भारत में शेयर बाजार कितने दिनों तक खुला रहता है?

भारत का शेयर बाजार हप्ते के 5 दिन खुला रहता है सोम से लेके शुक्र वार तक। जिसका मार्केट खुलने का टाइम है 9:15am और बंद होने न टाइम है 3:30pm।



और चीजो के भरे मे जाने:- 

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *